उप संपादक सविता चौहान
शूटर गुड्डू मुस्लिम उर्फ गुड्डू बमबाज की तलाश के दौरान एसटीएफ को मिले विडियो फुटेज एसटीएफ के लिए महत्वपूर्ण साबित हो रहे हैं। एसटीएफ ने सारे तथ्य और सबूत प्रयागराज पुलिस के सुपुर्द कर दिए हैं। विडियो फुटेज के आधार पर जल्द प्रयागराज पुलिस अतीक की बहन के साथ उसके परिवार के तीन और सदस्यों के नाम एफआईआर में जोड़ने जा रही है।
विडियो फुटेज के आधार पर ही प्रयागराज पुलिस ने इस मामले में अतीक के बेटे असद और गुड्डू मुस्लिम के साथ छह लोगों को नामजद किया गया था। तहकीकात के दौरान अतीक की पत्नी शाइस्ता का नाम सामने आया। फिर अतीक के बहनोई डॉ. अखलाक और नौकर शाहरुख को गिरफ्तार किया गया।
अतीक की बहन पर भी शिकंजा
डॉ़ अखलाक के घर और आसपास के फुटेज में अतीक की बहन आयशा सहित तीन करीबियों की भूमिका एसटीएफ को संदिग्ध लगी। एसटीएफ ने अखलाक और शाहरुख के बयान के आधार पर ही आयशा सहित तीनों और करीबियों को भी आरोपित बनाने के ढेर सारे साक्ष्य जुटा लिए हैं। एसटीएफ के एक अधिकारी का कहना है कि विडियो फुटेज के आधार पर पड़ताल को आगे बढ़ाया जा रहा है।
उमेश पाल हत्याकांड में गिरफ्तार किए गए पांच आरोपितों से पुलिस ने मंगलवार को कस्टडी रिमांड के दौरान 6 घंटे तक पूछताछ की। इस दौरान पुलिस को कई अहम जानकारियां मिली हैं। रिमांड की अवधि खत्म होने के बाद आरोपितों को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने आरोपितों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
हत्याकांड में पुलिस ने 21 मार्च को 5 आरोपितों नियाज अहमद, मोहम्मद सजर, कैस अहमद, राकेश कुमार और अरशद कटरा उर्फ अरशद खान को गिरफ्तार किया था। आरोपितों कैस अहमद और राकेश कुमार की निशानदेही पर अतीक के कार्यालय पर पुलिस ने छापेमारी भी की थी। कार्यालय से पुलिस को हथियार और करीब 75 लाख रुपये कैश मिले थे। पुलिस ने इन आरोपितों को धूमनगंज थाना क्षेत्र के जयरामपुर से गिरफ्तार किया था और सीजेएम की कोर्ट में पेश किया गया था। जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था।