• Tue. Dec 17th, 2024

संस्कृत में निहित भारतीय ज्ञान परंपराओ की अपार संभावनाये। प्रो दिनेश चंद्र शास्त्री

ByRUPESH SHARMA

Oct 25, 2024

उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो दिनेश चंद्र शास्त्री की अगुवाई में विश्वविद्यालय ने जड़ें एक और नए कीर्तिमान।

विश्व प्रसिद्ध डॉ के एन मोदी विश्वविद्यालय राजस्थान एवं उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के मध्य भारतीय ज्ञान परंपरा, अनुशीलन एवं पारंपरिक ज्ञान के क्षेत्र में अनुबंध हस्ताक्षरित किया गया। यह अनुबंध दोनों विश्वविद्यालयों को नई दिशा में ले जाने का काम करेगा।

उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश चंद्र शास्त्री ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति प्राचीन भारतीय ज्ञान परंपरा तथा आधुनिक विषयों के मध्य समन्वय की स्पष्ट सिफारिश करती है। दोनों संस्थाओं के मध्य यह अनुबंध इस लक्ष्य को दृष्टिगत रखते हुए ही किया गया है। प्रो. शास्त्री ने कहा कि जहां एक और उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय पारंपरिक विद्या, ज्योतिष, कर्मकांड, वेद, व्याकरण के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखता है तो वहीं दूसरी ओर डॉ के एन मोदी विश्वविद्यालय के पास विज्ञान, तकनीकी एवं प्रबंधन विषय की आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं। प्रो. शास्त्री ने जानकारी दी कि इस अनुबंध के द्वारा दोनों संस्थानों के विद्यार्थी, शोधार्थी एवं शिक्षकों के लिए एक्सचेंज प्रोग्राम चलाया जाएगा, जिससे प्राचीन भारतीय संस्कृति एवं आधुनिक विषयों के मध्य पारस्परिक समन्वय स्थापित होगा।

डॉ के एन मोदी विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो जे पी दुबे ने कहा कि इस अनुबंध के अंतर्गत समय-समय पर तकनीकी प्रशिक्षण, एक्सपर्ट लेक्चर तथा वर्कशॉप आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि दोनों संस्थान शिक्षण एवं अनुसंधान के क्षेत्र में परस्पर एक दूसरे का सहयोग एवं मार्गदर्शन करेंगे।

डॉ के एन मोदी विश्वविद्यालय के चेयर मेन डॉ डी के मोदी ने कहा कि उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय में संचालित कोर्स भारतीय सनातन संस्कृति से जुड़े हैं। इस प्रकार इस अनुबंध से डॉ के एन मोदी विश्वविद्यालय के विद्यार्थी एवं शिक्षक भारतीय ज्ञान परंपरा के गूढ़ ज्ञान से परिचित हो सकेंगे। इस अवसर पर, उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री गिरीश कुमार अवस्थी, दिनेश राणा, अजय परमार, उमेश शुक्ल, विनय सेठी, बिंदुमती, मीनाक्षी रावत,अरविंद नारायण मिश्रा, इत्यादि शिक्षकों ने इस अनुबंध पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की वही डॉ के एन मोदी विश्वविद्यालय के दीपांकर मिश्रा व उनकी समस्त सहयोगियों ने भी इस अनुबंध पर अपनी प्रसन्नता जताई है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *