उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय के शिक्षा शास्त्र विभाग द्वारा उत्तराखंड स्थापना दिवस के रजतोत्सव के उपलक्ष्य में हर्षोल्लास के साथ स्वरचित काव्य प्रस्तुति पर ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित किया गया कार्यक्रम का शुभारंभ संचालनकर्ता छात्राध्यापक नितिन कुमार द्वारा छात्राध्यापक अजीत राजपूत से वैदिक मंगलाचरण करवाकर किया गया तत्पश्चात छात्राध्यापक रोहन बुडाकोटी ने अपनी काव्य प्रस्तुति से उत्तराखंड के आंदोलन एवं राज्य आंदोलनकारियों के तप एवं त्याग के संघर्ष की जानकारी दी। छात्राध्यापक सौरभ के द्वारा स्वरचित कविता के माध्यम से उत्तराखंड के वीर- वीरांगनाओं के विषय में जानकारी दी गयी । छात्राध्यापक आकाश जुयाल ने कविता के माध्यम से उत्तराखंड की प्राकृतिक सौंदर्य की जानकारी दी। कार्यक्रम की मुख्यवक्ता डॉ विंदुमती द्विवेदी ने उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए नवीन पीढ़ी को राज्य स्थापना के उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु प्रतिबद्ध होने का निर्देश दिया। कार्यक्रम की संयोजिका डॉ मीनाक्षी सिंह रावत ने देवभूमि रजतोत्सव के सुअवसर पर भावी अध्यापकों को कर्तव्यनिष्ठता के साथ कार्य करने एवं राष्ट्रीय/राज्यीय पर्व एवं लोक पर्व संबंधित कार्यक्रमों में बढ़चढ़ कर प्रतिभाग करने हेतु सभी को प्रेरित किया अंत धन्यवाद ज्ञापन एवं सामुहिक शान्ति पाठ के साथ कार्यक्रम को समाप्त किया गया।