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पुस्तकालय और शोध के माहौल ने इंटर्नशिप करने वालों को दिया नया अनुभव

ByRUPESH SHARMA

Feb 13, 2025

हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय का आईआईटीई गांधीनगर के साथ संयोजन
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टीचर एजुकेशन गांधीनगर, शिक्षक शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रशिक्षण देकर भावी शिक्षकों को तैयार करता है। आईआईटीई ने शिक्षा विभाग, हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय का चयन अपने प्रशिक्षणाथियों के इंटर्नशिप हेतु किया है तथा उन्हें विभिन्न्न वास्तविक अनुभव प्रदान करने हेतु शिक्षा विभाग, हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय भेजा है। इस तरह के संयोजन का मुख्य उद्देश्य यह है कि छात्रों को विभिन्न प्रकार के अनुभव प्राप्त हो सके तथा देश केअन्य विश्वविद्यालय में हो रहे शिक्षण अधिगम और प्रशिक्षण से संबंधित विविध अनुभव प्राप्त कर सकें ताकि उनका उचित विकास हो सके। आई आई टी इ के चार प्रशिक्षणार्थी जो एमएससी एम् एड पाठ्यक्रम में अध्ययनरत हैं गढ़वाल विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग में इंटर्नशिप कर रहे है। ये ५ फरवरी से १५ फ़रवरी तक विभाग तथा विश्वविद्यालय के अन्य विभागों का अवलोकन करेंगे।
इस कार्यक्रम से संबंधित अनुरोध पत्र शिक्षा विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो सुनीता गोदियाल को प्राप्त हुआ जिसे सहर्ष स्वीकार करते हुए उन्होंने इसकी स्वीकृति दी तथा इंटर्नशिप हेतु प्रो सीमा धवन को मेंटर के रूप में इसकी जिम्मेदारी दी। सफलता पूर्वक कार्यक्रम हेतु उन्होंने सभी प्रशिक्षणार्थियों को शुभकामनायें भी दी।
प्रो रमा मैखुरी ने आई आई टी इ के इंटर्न्स का विभाग में स्वागत किया तथा सभी विभागीय सदस्यों से उनका परिचय कराया और सफलता हेतु आशीर्वाद दिए। उनके व्याख्यान हेतु प्रो मैखुरी ने समय सारणी में परिवर्तन करने के आदेश दिए एवं उन्हें हर प्रकार की सुविधा मिल सके, यह सुनिश्चित किया।
प्रो धवन ने इंटर्नशिप पाठ्यक्रम पर विस्तृत चर्चा के उपरांत उन्हें विश्वविद्यालय कैंपस, विभिन्न विभाग और विश्वविद्यालय की उपलब्धियों के बारे में बताया साथ ही उनके पाठ्यक्रम के अनुसार कार्य सौपा। इंटर्नशिप के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को चार वर्षीय इंटीग्रेटेड शिक्षक शिक्षा प्रोग्राम जो विश्विद्यालय में संचालित है तथा बी एड की कक्षाएं लेनी है, साथ ही शिक्षकों की कक्षाओं में प्रतिभाग करना है, विश्वविद्यालय केअन्य विभागों का भ्रमण करना है और अन्य सहगामी कार्यकलापों का आयोजन करना है। प्रो धवन ने उन्हें छात्रों को विभिन्न सहभागिता वाले शिक्षण विधि को अपनाने तथा शोध उन्मुख कार्यक्रम हेतु प्रोत्साहित किया। समय सारणी के अनुरूप सभी प्रशिक्षणार्थियों ने कक्षाओं में आवंटित विषय के अनुरूप व्याख्यान दिए जिसके दौरान उनके शिक्षण कार्य का अवलोकन संबंधित विषय के शिक्षक द्वारा किया गया। साथ ही शिक्षकों की कक्षाओं का अवलोकन करके शिक्षण सम्बन्धी गुणों को आत्मसात किया। उन्होंने छात्रों को सतत विकास की अवधारणा पर समूह में कार्यक्रम का आयोजन किया और छात्रों द्वारा सामग्री विकसित करवाया।
विश्वविद्यालय के अन्य विभागों फिजिक्स, केमिस्ट्री, रूरल डेवलपमेंट, योग का अवलोकन किया जिसमें विभाग द्वारा पूर्ण सहयोग एवं सहायता दी गई। इंटर्न्स का कहना है कि उन्हें विश्वविद्यालय में आकर बहुत अच्छा लगा तथा उन्होंने विभिन्न प्रकार के अनुभवों प्राप्त किया जो उन्हें अपने प्रशिक्षण को पूर्ण करने हेतु प्रेरित करने में सहायक रहेगा। उन्होंने विशेष रूप से गढ़वाल विश्वविद्यालय की नैसर्गिक सुंदरता की प्रशंशा की। शोध से सम्बंधित कार्यों में विशेष रूचि दिखाते हुए छात्रों से आंकड़ा एकत्रित किया और और विभाग में 14 एवं 15 फरवरी को होने वाले नेशनल सेमिनार में प्रतिभाग करने हेतु शोध पत्र भी तैयार किया है। विश्वविद्यालय के सभी क्रियाकलापों में वे बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं और छात्रों को सहभागि बनाकर पाठ्यक्रम के अनुरूप शिक्षण कार्य कर रहे हैं। उनका कहना है कि उन्हें अभूतपूर्व अनुभव प्राप्त हो रहा है जो निश्चित रूप से उनके भविष्य के लिए लाभप्रद होगा। उनका सहयोग करने में विभाग के डॉ सिद्धार्थ, डॉ शंकर एवं अन्य सभी शिक्षकों एवं शोधार्थियों का भी योगदान मिल रहा है। शिक्षा विभाग में इस तरह के इंटर्नशिप हेतु पहली बार प्रशिक्षणार्थी अन्य विश्वविद्यालय से आए हैं जिसे लेकर पूरा विभाग उत्साहित है एवं उन्हें उचित मौका दिया जा रहा है कि वे विभिन्न प्रकार के अनुभव में प्राप्त कर सकें। शिक्षक शिक्षा में इस तरह के प्रशिक्षणाथियों का विभिन्न विश्वविद्यालय में अनुभव प्राप्त करने से उनकी शैक्षिक एवं सामाजिक जीवन में उन्नति होगी तथा निश्चित रूप से शिक्षा की गुणवत्ता में वृद्धि होगी।
हिनल पावनी के अनुसार हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय में इंटर्नशिप एक बेहतरीन शिक्षण अनुभव था। संकाय ने बेहतरीन मार्गदर्शन प्रदान किया, और मुझे व्यावहारिक परियोजनाओं पर काम करने का मौका मिला, जिससे मेरी समझ को गहरा करने में मदद मिली। अच्छी तरह से सुसज्जित पुस्तकालय और शोध के माहौल ने मेरे लिए ध्यान केंद्रित करना और मेरे ज्ञान को बढ़ाना आसान बना दिया। उत्तराखंड के श्रीनगर में रहना सिर्फ़ पढ़ाई के बारे में नहीं था; यह एक नई जगह का अनुभव करने के बारे में भी था।
ओवेश सुमारा ने बताया कि हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय में इंटर्नशिप एक आंख खोलने वाला अनुभव था। अनुभवी प्रोफेसरों के साथ जुड़ना और वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों पर काम करना मुझे अपने क्षेत्र में गहरी अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। शैक्षणिक वातावरण ने पाठ्यपुस्तकों से परे सीखने को प्रोत्साहित किया, जिससे यह अनुभव वास्तव में मूल्यवान बन गया। पहाड़ों और अलकनंदा नदी से घिरे, उत्तराखंड के श्रीनगर में अध्ययन करना ताज़गी भरा था। शांतिपूर्ण वातावरण ने मुझे ध्यान केंद्रित करने में मदद की।
निधि प्रजापति ने कहा कि हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय में अपनी इंटर्नशिप के दौरान मैंने बहुत कुछ सीखा। अनुभवी शिक्षाविदों के साथ काम करने और सैद्धांतिक विचारों को व्यावहारिक स्थितियों में लागू करने के परिणामस्वरूप मेरे पेशे के बारे में मेरा ज्ञान बढ़ा है। विश्वविद्यालय में शैक्षणिक माहौल ने पाठ्यपुस्तकों के बाहर सीखने को प्रोत्साहित किया, जिसने वास्तव में अनुभव को बढ़ाया। अच्छी तरह से सुसज्जित पुस्तकालय और सभी विषयों का विभाग इस विश्वविद्यालय में मेरा सबसे अच्छा और बेहतरीन अनुभव रहा। उत्तराखंड के श्रीनगर में पढ़ाई करना भी उतना ही संतोषजनक था। शानदार पहाड़ों और अलकनंदा नदी द्वारा उत्पन्न शांत वातावरण के कारण मैं ध्यान केंद्रित करने और स्पष्ट रूप से सीखने में सक्षम था। यह अनुभव उल्लेखनीय था क्योंकि इसने न केवल मेरी शैक्षणिक समझ में सुधार किया बल्कि एक स्वागत योग्य बदलाव भी पेश किया। पूजाबेन माहेश्वरी ने बताया कि एचएनबीजीयू विश्वविद्यालय, श्रीनगर – उत्तराखंड के शिक्षा विभाग में मेरी इंटर्नशिप एक मूल्यवान शिक्षण अनुभव था। मैंने छात्रों के साथ सक्रिय रूप से जुड़ाव किया, उन्हें शैक्षणिक गतिविधियों, चर्चाओं हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय का आईआईटीई गांधीनगर के साथ संयोजन
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ टीचर एजुकेशन गांधीनगर, शिक्षक शिक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रशिक्षण देकर भावी शिक्षकों को तैयार करता है। आईआईटीई ने शिक्षा विभाग, हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय का चयन अपने प्रशिक्षणाथियों के इंटर्नशिप हेतु किया है तथा उन्हें विभिन्न्न वास्तविक अनुभव प्रदान करने हेतु शिक्षा विभाग, हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय भेजा है। इस तरह के संयोजन का मुख्य उद्देश्य यह है कि छात्रों को विभिन्न प्रकार के अनुभव प्राप्त हो सके तथा देश केअन्य विश्वविद्यालय में हो रहे शिक्षण अधिगम और प्रशिक्षण से संबंधित विविध अनुभव प्राप्त कर सकें ताकि उनका उचित विकास हो सके। आई आई टी इ के चार प्रशिक्षणार्थी जो एमएससी एम् एड पाठ्यक्रम में अध्ययनरत हैं गढ़वाल विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग में इंटर्नशिप कर रहे है। ये ५ फरवरी से १५ फ़रवरी तक विभाग तथा विश्वविद्यालय के अन्य विभागों का अवलोकन करेंगे।
इस कार्यक्रम से संबंधित अनुरोध पत्र शिक्षा विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो सुनीता गोदियाल को प्राप्त हुआ जिसे सहर्ष स्वीकार करते हुए उन्होंने इसकी स्वीकृति दी तथा इंटर्नशिप हेतु प्रो सीमा धवन को मेंटर के रूप में इसकी जिम्मेदारी दी। सफलता पूर्वक कार्यक्रम हेतु उन्होंने सभी प्रशिक्षणार्थियों को शुभकामनायें भी दी।
प्रो रमा मैखुरी ने आई आई टी इ के इंटर्न्स का विभाग में स्वागत किया तथा सभी विभागीय सदस्यों से उनका परिचय कराया और सफलता हेतु आशीर्वाद दिए। उनके व्याख्यान हेतु प्रो मैखुरी ने समय सारणी में परिवर्तन करने के आदेश दिए एवं उन्हें हर प्रकार की सुविधा मिल सके, यह सुनिश्चित किया।
प्रो धवन ने इंटर्नशिप पाठ्यक्रम पर विस्तृत चर्चा के उपरांत उन्हें विश्वविद्यालय कैंपस, विभिन्न विभाग और विश्वविद्यालय की उपलब्धियों के बारे में बताया साथ ही उनके पाठ्यक्रम के अनुसार कार्य सौपा। इंटर्नशिप के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को चार वर्षीय इंटीग्रेटेड शिक्षक शिक्षा प्रोग्राम जो विश्विद्यालय में संचालित है तथा बी एड की कक्षाएं लेनी है, साथ ही शिक्षकों की कक्षाओं में प्रतिभाग करना है, विश्वविद्यालय केअन्य विभागों का भ्रमण करना है और अन्य सहगामी कार्यकलापों का आयोजन करना है। प्रो धवन ने उन्हें छात्रों को विभिन्न सहभागिता वाले शिक्षण विधि को अपनाने तथा शोध उन्मुख कार्यक्रम हेतु प्रोत्साहित किया। समय सारणी के अनुरूप सभी प्रशिक्षणार्थियों ने कक्षाओं में आवंटित विषय के अनुरूप व्याख्यान दिए जिसके दौरान उनके शिक्षण कार्य का अवलोकन संबंधित विषय के शिक्षक द्वारा किया गया। साथ ही शिक्षकों की कक्षाओं का अवलोकन करके शिक्षण सम्बन्धी गुणों को आत्मसात किया। उन्होंने छात्रों को सतत विकास की अवधारणा पर समूह में कार्यक्रम का आयोजन किया और छात्रों द्वारा सामग्री विकसित करवाया।
विश्वविद्यालय के अन्य विभागों फिजिक्स, केमिस्ट्री, रूरल डेवलपमेंट, योग का अवलोकन किया जिसमें विभाग द्वारा पूर्ण सहयोग एवं सहायता दी गई। इंटर्न्स का कहना है कि उन्हें विश्वविद्यालय में आकर बहुत अच्छा लगा तथा उन्होंने विभिन्न प्रकार के अनुभवों प्राप्त किया जो उन्हें अपने प्रशिक्षण को पूर्ण करने हेतु प्रेरित करने में सहायक रहेगा। उन्होंने विशेष रूप से गढ़वाल विश्वविद्यालय की नैसर्गिक सुंदरता की प्रशंशा की। शोध से सम्बंधित कार्यों में विशेष रूचि दिखाते हुए छात्रों से आंकड़ा एकत्रित किया और और विभाग में 14 एवं 15 फरवरी को होने वाले नेशनल सेमिनार में प्रतिभाग करने हेतु शोध पत्र भी तैयार किया है। विश्वविद्यालय के सभी क्रियाकलापों में वे बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं और छात्रों को सहभागि बनाकर पाठ्यक्रम के अनुरूप शिक्षण कार्य कर रहे हैं। उनका कहना है कि उन्हें अभूतपूर्व अनुभव प्राप्त हो रहा है जो निश्चित रूप से उनके भविष्य के लिए लाभप्रद होगा। उनका सहयोग करने में विभाग के डॉ सिद्धार्थ, डॉ शंकर एवं अन्य सभी शिक्षकों एवं शोधार्थियों का भी योगदान मिल रहा है। शिक्षा विभाग में इस तरह के इंटर्नशिप हेतु पहली बार प्रशिक्षणार्थी अन्य विश्वविद्यालय से आए हैं जिसे लेकर पूरा विभाग उत्साहित है एवं उन्हें उचित मौका दिया जा रहा है कि वे विभिन्न प्रकार के अनुभव में प्राप्त कर सकें। शिक्षक शिक्षा में इस तरह के प्रशिक्षणाथियों का विभिन्न विश्वविद्यालय में अनुभव प्राप्त करने से उनकी शैक्षिक एवं सामाजिक जीवन में उन्नति होगी तथा निश्चित रूप से शिक्षा की गुणवत्ता में वृद्धि होगी।
हिनल पावनी के अनुसार हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय में इंटर्नशिप एक बेहतरीन शिक्षण अनुभव था। संकाय ने बेहतरीन मार्गदर्शन प्रदान किया, और मुझे व्यावहारिक परियोजनाओं पर काम करने का मौका मिला, जिससे मेरी समझ को गहरा करने में मदद मिली। अच्छी तरह से सुसज्जित पुस्तकालय और शोध के माहौल ने मेरे लिए ध्यान केंद्रित करना और मेरे ज्ञान को बढ़ाना आसान बना दिया। उत्तराखंड के श्रीनगर में रहना सिर्फ़ पढ़ाई के बारे में नहीं था; यह एक नई जगह का अनुभव करने के बारे में भी था।
ओवेश सुमारा ने बताया कि हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय में इंटर्नशिप एक आंख खोलने वाला अनुभव था। अनुभवी प्रोफेसरों के साथ जुड़ना और वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों पर काम करना मुझे अपने क्षेत्र में गहरी अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। शैक्षणिक वातावरण ने पाठ्यपुस्तकों से परे सीखने को प्रोत्साहित किया, जिससे यह अनुभव वास्तव में मूल्यवान बन गया। पहाड़ों और अलकनंदा नदी से घिरे, उत्तराखंड के श्रीनगर में अध्ययन करना ताज़गी भरा था। शांतिपूर्ण वातावरण ने मुझे ध्यान केंद्रित करने में मदद की।
निधि प्रजापति ने कहा कि हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय में अपनी इंटर्नशिप के दौरान मैंने बहुत कुछ सीखा। अनुभवी शिक्षाविदों के साथ काम करने और सैद्धांतिक विचारों को व्यावहारिक स्थितियों में लागू करने के परिणामस्वरूप मेरे पेशे के बारे में मेरा ज्ञान बढ़ा है। विश्वविद्यालय में शैक्षणिक माहौल ने पाठ्यपुस्तकों के बाहर सीखने को प्रोत्साहित किया, जिसने वास्तव में अनुभव को बढ़ाया। अच्छी तरह से सुसज्जित पुस्तकालय और सभी विषयों का विभाग इस विश्वविद्यालय में मेरा सबसे अच्छा और बेहतरीन अनुभव रहा। उत्तराखंड के श्रीनगर में पढ़ाई करना भी उतना ही संतोषजनक था। शानदार पहाड़ों और अलकनंदा नदी द्वारा उत्पन्न शांत वातावरण के कारण मैं ध्यान केंद्रित करने और स्पष्ट रूप से सीखने में सक्षम था। यह अनुभव उल्लेखनीय था क्योंकि इसने न केवल मेरी शैक्षणिक समझ में सुधार किया बल्कि एक स्वागत योग्य बदलाव भी पेश किया। पूजाबेन माहेश्वरी ने बताया कि एचएनबीजीयू विश्वविद्यालय, श्रीनगर – उत्तराखंड के शिक्षा विभाग में मेरी इंटर्नशिप एक मूल्यवान शिक्षण अनुभव था। मैंने छात्रों के साथ सक्रिय रूप से जुड़ाव किया, उन्हें शैक्षणिक गतिविधियों, चर्चाओं और शिक्षण में सहायता की। छात्रों के बीच समन्वय ने मुझे मजबूत संगठनात्मक और संचार कौशल विकसित करने में मदद की है। मैंने व्याख्यान, पाठ्यचर्या गतिविधियों, कक्षा की गतिविधियों और साक्षात्कार की योजना बनाने में भाग लिया ताकि सुचारू निष्पादन सुनिश्चित हो सके। व्याख्यानों का अवलोकन करना और अनुभवी शिक्षकों के साथ बातचीत करना शिक्षण पद्धतियों में गहरी अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। छात्रों के प्रश्नों और तार्किक कार्यों के प्रबंधन ने मेरी समस्या-समाधान क्षमताओं को बढ़ाया। इस अनुभव ने एक शैक्षिक सेटिंग में मेरे नेतृत्व और टीमवर्क कौशल में भी सुधार किया। इसने शिक्षा में मेरी रुचि को मजबूत किया और मुझे छात्र जुड़ाव की गहरी समझ दी। कुल मिलाकर, इंटर्नशिप एक परिवर्तनकारी यात्रा थी जो मेरे भविष्य के शैक्षणिक और पेशेवर प्रयासों को लाभान्वित करेगी। शिक्षण में सहायता की। छात्रों के बीच समन्वय ने मुझे मजबूत संगठनात्मक और संचार कौशल विकसित करने में मदद की है। मैंने व्याख्यान, पाठ्यचर्या गतिविधियों, कक्षा की गतिविधियों और साक्षात्कार की योजना बनाने में भाग लिया ताकि सुचारू निष्पादन सुनिश्चित हो सके। व्याख्यानों का अवलोकन करना और अनुभवी शिक्षकों के साथ बातचीत करना शिक्षण पद्धतियों में गहरी अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। छात्रों के प्रश्नों और तार्किक कार्यों के प्रबंधन ने मेरी समस्या-समाधान क्षमताओं को बढ़ाया। इस अनुभव ने एक शैक्षिक सेटिंग में मेरे नेतृत्व और टीमवर्क कौशल में भी सुधार किया। इसने शिक्षा में मेरी रुचि को मजबूत किया और मुझे छात्र जुड़ाव की गहरी समझ दी। कुल मिलाकर, इंटर्नशिप एक परिवर्तनकारी यात्रा थी जो मेरे भविष्य के शैक्षणिक और पेशेवर प्रयासों को लाभान्वित करेगी।

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