उत्तराखंड संस्कृत विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय अंतरमहविधालय खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है जिसमे मुख्य अतिथि श्री चंद्रेश यादव सचिव उत्तराखंड सरकार ने कार्यक्रम का उद्घाटन किया और उन्होंने अपने उद्धबोधन में कहा की विश्विद्यालय द्वारा अयोचित खेल प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने वाले सभी खिलाड़ियों को शुभकामना देते हुए कहा की खेल प्रतियोगिताये प्रतिभागियों को एक नया समाज बनाने में मदद करता है। जहा खिलाड़ी नए नए खिलाड़ियों से मिलते है जिससे उनका परिचय एक दूसरे से होता है जिससे एक सशक्त समाज का भी निर्माण होता है। और जब यह खिलाड़ी अपने अपने गंतव्यों की और रवाना होते है तब यह प्रतिभागी एक यादगार पलो को साथ ले कर जाते है। किसी भी खेल प्रतियोगिताओं की रीढ़ की हड्डी उस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ी होते है।
साथ ही मुख्य अतिथि ने अपने इस कार्यक्रम में विश्वविधालय को बहुत जल्द गर्ल्स हॉस्टल की सौगात देने की भी घोषणा की उन्होंने साफ कर दिया है की सरकार का रुख साफ है वह लिंग के आधार पर कोई भेद भाव नही करती जब विश्वविद्यालय में छात्र हॉस्टल है तो महिला हॉस्टल भी जल्द बन कर खड़ा किया जाएगा।
वही कुलपति उत्तराखंड संस्कृत विश्विद्यालय ने कहा है की किसी भी प्रतियोगी के लिए पुरस्कार जितना कोई बड़ी बात नही है बड़ी बात उस खिलाड़ी का संबंधित खेल में भाग लेना होता है। आज भारत में खेल के प्रति एक अलग ही माहौल बन रहा है जहा पर बहुत छोटे छोटे कस्बों गांवो से खिलाड़ी देश का नाम रोशन कर रहे है। उत्तराखंड भी इस माहौल से अछूता नहीं है यहां से भी कई खिलाड़ियों ने ओलंपिक में जा कर राज्य के साथ साथ देश का नाम रोशन किया है।
डॉक्टर रूपेश शर्मा संपादक