हरिद्वार।
अधिवक्ता डॉ अरविंद कुमार श्रीवास्तव को’इनफ्लुएंसर बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया है। बुक में ए विजनरी एडवोकेट फॉर वुमेंस राइट्स एंड सोशल जस्टिस”की हेडिंग के साथ दर्ज किया गया है।
वर्ल्ड बुक में अरविंद श्रीवास्तव के जीवन परिचय के साथ-साथ 22 वर्षों में वकालत, उनके किए गए सामाजिक कार्य व सामाजिक मुद्दों पर लिखी गई पुस्तकों का विवरण दिया गया है। जिसमें बताया गया कि किस तरह डॉक्टर अरविंद कुमार श्रीवास्तव ने तीन तलाक से पीड़ित महिलाओं के लिए गए साक्षात्कार इंडिया पॉलिसी फाउंडेशन में प्रकाशित पुस्तक’मैं भी नारी हूं”में शामिल किया गया। इसके अलावा डॉ श्रीवास्तव ने बलात्कार जैसी सामाजिक बुराई पर पुस्तक “मैं निर्भयाl हूं..?” लिखी।इस पुस्तक के लिए लिए उन्हें उकियूतो प्रकाशन हाउस ने बेस्ट संकलन से नवाजा था।वहीं, “हां! मैं विवादित हूं…?” पुस्तक के लिए भी उन्हें साहित्य रत्न पुरस्कार व डॉक्टरेट की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया है।डॉ श्रीवास्तव शोषित व निर्धन महिलाओं को उनके न्यायिक व सामाजिक अधिकार दिलाने के लिए अपना रूल एंड लॉ जस्टिस सोसायटी के गठन किया हुआ है। कई महिलाओं व पुरुषों को न्याय दिलाने का कार्य निरंतर जारी है।