चंद्रमा की सतह पर सफल लैंडिंग करने वाले चंद्रयान-तीन के प्रोपल्सन मॉड्यूल-लैंडर की उर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने में बीएचईएल का महत्वपूर्ण योगदान है। बीएचईएल ने विशेष तौर पर चंद्रमा की सतह तक पहुंचने के सफर के सुगम व निर्बाध बनाने को चंद्रयान-तीन के लिए स्वदेशी तकनीक पर आधारित टाइटेनियम प्रोपेलेंट टैंक तथा प्रोपल्सन मॉड्यूल एवं लैंडर मॉड्यूल में लगी बैटरियों को निर्मित किया।
चंद्रयान-तीन की सफलता पर बीएचईएल में उत्सव का माहौल है। सभी एक-दूसरे को बधाई दे रहे हैं। चंद्रयान-तीन के इस काम में बीएचईएल की विभिन्न इकाइयों ने सहयोग किया। देश की महारत्न कंपनी बीएचईएल राष्ट्र की ऊर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति करने के साथ-साथ दो दशकों से भारत की अंतरिक्ष आकांक्षाओं को शक्ति देने के लिए इसरो के साथ सक्रिय सहयोग व साझेदारी कर रही है।
बीएचईएल ने बनाया टैंक
प्रोपेलेंट एक तरह ईंधन है, जिसका अंतरिक्ष मिशन में बहुधा उपयोग होता है। इस ईंधन को रखने के लिए जिस टैंक की चंद्रयान-तीन को आवश्यकता थी, उस टाइटेनियम प्रोपेलेंट टैंक का निर्माण इसरो के लिए देश की महारत्न कंपनी बीएचईएल ने किया।