ईयरफोन का ज्यादा इस्तेमाल… 100 करोड़ युवाओं पर बुरा असर डालेगा. ये अनुमान है वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) का. दरअसल आजकल चाहे लोकल ट्रेन हो या फिर बस, या फिर हवाई जहाज. ईयरफोन-हेडफोन का इस्तेमाल करने वाले लोग आपको आसानी से दिख जाएंगे.
चाहे मूवी हो या फिर अपने फेवरेट गाने सुनना, या चाहे फोनकॉल पर बात करना, ईयरफोन कान में ठूसे लोग, हमें नजर आ ही जाते हैं, लिहाजा आजकल के दौर में ईयरफोन हमारी लाइफस्टाइल का एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है.
पर क्या कभी आपने ये सोचा है कि ईयरफोन हमारे लिए कितना खतरनाक हो सकता है! ईयरफोन का अत्याधिक इस्तेमाल, न सिर्फ हमारी सुनने की क्षमता पर बुरा प्रभाव डालता है, बल्कि कान के पर्दे खराब होने की भी संभावना पैदा करता है, ऐसे में इससे बचने के लिए किया क्या जाए? आइये समझते हैं…
दरअसल वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) के हालिया अनुमान के मुताबिक हेडफोन या ईयरफोन का ज्यादा इस्तेमाल, दुनिया भर में लगभग 100 करोड़ युवाओं की सुनने की क्षमता प्रभावित कर सकता है. वहीं अगर पिछले 10 सालों में देखा जाए तो, पोर्टेबल इयरफोन से आने वाले लाउड म्यूजिक के कई तरह के साइड इफेक्ट्स सामने उभर कर आएं हैं. ऐसे में लोगों की घंटों तक हेडफोन या ईयरफोन लगाने की आदत कई तरह के बुरे प्रभाव शरीर पर डालेगी. डॉक्टरों के मुताबिक ईयरफोन से निकलने वाला लाउड म्यूजिक, ईयरड्रम से टकराता है, जिससे ईयरड्रम को नुकसान पहुंचता है, जिससे लोगों में बहरेपन का खतरा बढ़ने के आसार पैदा होते हैं.
ये हैं नुकसान
सिर दर्द
बहरापन
कान में दर्द
ये हैं बचाव के तरीके
अगर आप खुद को अपने सुनने की क्षमता को बरकरार रखना चाहते हैं, तो कोशिश करें की जरूरत पड़ने पर ही ईयरफोन का उपयोग करें. बेहतर होगा कि आपकी कोशिश ईयरफोन न इस्तेमाल करने की हो. एक चीज का ध्यान रखें कि आप जो ईयरफोन या फिर हेडफोन का उपयोग कर रहे हैं, वो अच्छी क्वालिटी का हो, जिससे कुछ भी सुनते वक्त आपके कानों को सुरक्षा मिलेगी.