25 अप्रैल से प्रस्तावित केदारनाथ यात्रा में इस बाद यात्री टोकन (Kedarnath Registration) के जरिए दर्शन कर सकेंगे। टोकन व्यवस्था पर्यटन विभाग सुनिश्चित करेगा, जो एक-एक घंटे के स्लॉट में टोकन वितरित करेगा। साथ ही विभाग की ओर से धाम में यात्रियों का ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन भी किया जाएगा। इसके अलावा सोनप्रयाग से केदारनाथ तक पर्यटन मित्र तैनात होंगे, जो यात्रियों की मदद करने के साथ ही उन्हें पंचकेदार की महिमा से भी रूबरू कराएंगे।
जिला पर्यटन एवं साहसिक खेल अधिकारी रुद्रप्रयाग राहुल चौबे ने बताया कि केदारनाथ में भीड़ प्रबंधन के लिए टोकन व्यवस्था की जा रही है। पहले चरण में यहां पांच काउंटर से टोकन दिए जाएंगे। उसके बाद जैसे-जैसे यात्रियों की संख्या होगी, उसी हिसाब से काउंटर की संख्या बढ़ाई जाएगी। टोकन धाम पहुंचने वाले यात्रियों का बायोमैट्रिक पंजीकरण भी किया जाएगा, जिससे यात्रियों की सही संख्या का आंकड़ा मिलने में मदद मिलेगी।
1 घंटे में 1200 श्रृद्धालुओं को टोकन
एक घंटे में 1200 श्रद्धालुओं को ही टोकन दिया जाएगा। ऐसे में अगर धर्म दर्शन के लिए मंदिर को 12 घंटे खोला जाता है तो इस दौरान 14,400 श्रद्घालु दर्शन कर सकेंगे। इसके अलावा यात्राकाल में यात्रियों की बढ़ती संख्या, मौसम और अन्य हालातों को ध्यान में रखते हुए तय लक्ष्य को कम-ज्यादा किया जा सकता है। बता दें कि बीते वर्ष धाम में 15 लाख 63 हजार से अधिक यात्रियों ने दर्शन किए थे।
लाउडस्पीकर से होती रहेगी टोकन नंबर की घोषणा
केदारनाथ में एक-एक घंटे के स्लॉट के आधार पर टोकन वितरित किए जाएंगे। टोकन वितरण के लिए मंदिर से दो सौ मीटर पहले काउंटर लगाए जाएंगे जिससे किसी को कोई दिक्कत न हो। साथ ही टोकन वितरण के लिए समय-समय भी निर्धारित की जाएगी।