• मफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ प्रकरण में जिला जेल अधीक्षक राजीव शुक्ला निलंबित कर दिए गए। मंगलवार को शासन स्तर से उनके विरुद्ध कार्रवाई हुई है। बता दें कि प्रयागराज के उमेश पाल हत्याकांड के बाद सामने आया था कि जिला जेल में बंद माफिया अतीक के भाई अशरफ की गैरकानूनी तरीके से मुलाकात कराई जाती थी।

जिसमें डीआइजी की रिपोर्ट के आधार पर जेलर समेत सात कर्मी निलंबित किए जा चुके हैं। दो सिपाही शिवहरि अवस्थी व मनोज गौड़ जेल भी जा चुके हैं।

सेंट्रल जेल नैनी के वरिष्ठ जेल अधीक्षक निलंबित

माफिया अतीक अहमद को कारागार के भीतर प्रवेश न करने के मामले में आखिरकार नैनी सेंट्रल जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक शशिकांत सिंह को निलंबित कर दिया गया है। हालांकि निलंबन का कारण शासकीय कार्यों में लापरवाही और पर्यवेक्षण में शिथिलता बरतने का आधार बताया गया है। मगर विभागीय अधिकारियों में चर्चा यही है कि निलंबन का कारण माफिया अतीक को जेल के भीतर दाखिल न करके द्वार पर करीब 5 घंटे तक इंतजार करवाना था।
28 मार्च को माफिया अतीक अहमद समेत तीन को उमेश पाल अपहरण कांड में सजा सुनाई गई थी। इसके बाद अतीक अहमद को साबरमती जेल ले जाने से पहले नैनी सेंट्रल जेल ले जाया गया था। मगर उसको दाखिल नहीं किया गया था अधिकारी काफी देर तक कवायद करते रहे।
मगर बाद में उसे साबरमती जेल भेजा गया। इसके अलावा तीन दिन पहले पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने जेल में सर्च ऑपरेशन चलाया था जहां से आपत्तिजनक वस्तुएं भी बरामद हुई थी।
ऐसे में वरिष्ठ जेल अधीक्षक शशिकांत को निलंबन की कार्रवाई की गई है। यह भी बताया जा रहा है कि नैनी सेंट्रल जेल कार्यभार 42 वाहिनी पीएसी के सेनानायक गौरव बंसल देखेंगे। डीजी जेल एसएन साबत ने बताया कि कार्यों में लापरवाही और पर्यवेक्षण में शिथिलता बरतने पर नैनी जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक को निलंबित किया गया है।
मगर बाद में उसे साबरमती जेल भेजा गया। इसके अलावा तीन दिन पहले पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने जेल में सर्च ऑपरेशन चलाया था जहां से आपत्तिजनक वस्तुएं भी बरामद हुई थी।