माफिया अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की हत्या हुए आज 40 दिन पूरे हो गए हैं। इस्लाम धर्म की रिवायत के मुताबिक अतीक और अशरफ का आज चालीसवां है। 5 बार के विधायक और एक बार के सांसद अतीक अहमद का उसकी जिंदगी में भले ही जबरदस्त रसूख और दबदबा रहा हो, लेकिन वक्त का सितम ऐसा है कि आज चालीसवे के मौके पर भी उसकी कब्र सूनी पड़ी हुई है। कब्रिस्तान से लेकर पुश्तैनी घर तक पूरी तरह सन्नाटा पसरा हुआ है। ना तो कब्र पर किसी ने फूल चढ़ाए हैं और ना ही घर पर चालीसवे से जुड़ी कोई रस्म अदा की जा रही है। कहा जा सकता है कि जिस अतीक अहमद की मर्जी के बिना कभी प्रयागराज में एक पत्ता भी नहीं हिलता था, आज उसी अतीक की कब्र किसी अपने की आमद के जरिए दो बूंद पानी और एक अदद फूल के लिए तरस रही है।