पंजाब पुलिस भगोड़े अमृतपाल को जालंधर में खोज रही थी। वह हरियाणा के शाहाबाद में अपने रिश्तेदार के यहां आराम से रोटी तोड़ रहा था। हरियाणा पुलिस ने उसकी लोकेशन भी पंजाब पुलिस से साझा की, पर पंजाब पुलिस डेढ़ दिन बाद पहुंची।
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने एक न्यूज एजेंसी बातचीत में यह दावा करते हुए कहा है कि पंजाब सरकार अमृतपाल की गिरफ्तारी को लेकर गंभीर नहीं है।
अमृतपाल की गिरफ्तारी को लेकर मान सरकार गंभीर नहीं
उन्होंने पंजाब की मान सरकार और पंजाब पुलिस पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि सूचना मिलने के बाद पंजाब पुलिस को मौके पर पहुंचने में 36 घंटे लग गए। उसके बाद पुलिस शाहाबाद पहुंची। उनका कहना है कि जब उन्हें यह जानकारी प्राप्त हुई। उसी वक्त यह जानकारी पंजाब पुलिस से हरियाणा पुलिस ने शेयर की। फिर भी पंजाब पुलिस समय से यहां नहीं आ रही है। भगोड़े अमृतपाल को पकड़ने के मामले में उनकी सुस्ती साफ दिख रही है। पता नहीं वह लोग अमृतपाल को कैसे ढूढ़ रहे हैं।
भगोड़े को शरण देने वाली महिला अरेस्ट
कुरुक्षेत्र जिले में अमृतपाल को शरण देने वाली महिला को भी पुलिस ने हिरासत में लिया था। बताया जा रहा है कि बलजीत कौर ने कथित तौर पर खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह और पापलप्रीत सिंह को अपने घर में शरण दी थी। शाहाबाद से हिरासत में लेने के बाद महिला को पंजाब पुलिस को सौंप दिया गया था।
अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी की फर्जी सूचनाओं पर न करें भरोसा
उधर पंजाब पुलिस ने लोगों से अपील की है कि कोई भी सोशल मीडिया पर अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी के बारे में फैलाई जा रही फर्जी सूचनाओं पर विश्वास न करें। एसएसपी बठिंडा, गुलनीत खुराना ने कहा कि जब भी कोई गिरफ्तारी होगी, पुलिस प्रेस वार्ता कर इसकी जानकारी देगी।
विदेशों में बैठे लोग फैला रहे अफवाह
उन्होंने आगे कहा कि विदेशों (यूके, यूएसए और कनाडा) में बैठे कुछ लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर यह झूठी खबर फैलाई जा रही है कि अमृतपाल को प्रताड़ित किया जा रहा है। बठिंडा में, बीएसएफ की 2 कंपनी और बहादुरगढ़ के 140 सुरक्षाकर्मी तैनात हैं।