आकाश आनंद से जब ये सवाल किया गया कि क्या आप भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर को चुनौती के तौर पर देखते हैं, तो उन्होंने कहा…कौन भीम आर्मी, हम नहीं जानते ऐसी किसी चीज को. आकाश आनंद ने चंद्रशेखर को पहचानने से ही इनकार कर दिया और कहा कि ऐसे छोटे-मोटे लोगों के लिए हमारे पास समय नहीं है. हमारी अपनी जनता इतनी है, इतने लोग है जिनके लिए हमें काम करने की जरुरत है और हम अपना काम कर रहे हैं. आपको बता दें कि इससे पहले चंद्रशेखर बसपा सुप्रीमो मायावती को अपना राजनीतिक गुरू बता चुके हैं. उन्होंने कहा कि वो दूर रहकर ही उनसे बहुत कुछ सीख रहे हैं. हम दोनों अलग-अलग होने के बावजूद विचारधारा में एक साथ हैं. यही नहीं उन्होंने मायावती के संघर्ष और लड़ाई की भी सराहना करते हुए कहा कि एक महिला होने के नाते उनका रास्ता आसान नहीं था. उन्होंने हमेशा मायावती को एक राजनीतिक गुरू होने के नाते आदर और सम्मान देने की बात कही थी.