लव जिहाद के मामले देश में बढ़ते जा रहे हैं। ताजा मामला यूपी के प्रयागराज से है। शिवकुटी थाने में तैनात महिला सिपाही लव जिहाद की शिकार हो गई है, लेकिन पुलिस विभाग ही उसकी मदद नहीं कर रहा, क्योंकि आरोपी पति भी पुलिस विभाग में सिपाही है। महिला का आरोप है कि उसका और उसके अबोध बच्चे का धर्मांतरण कराने का प्रयास किया गया। किसी तरह भागकर वह अपने बच्चे को बचा पाई। आरोपी पति ने उसके बच्चे को जहर देखकर मारने की कोशिश की। काफी जद्दोजहद के बाद महिला सिपाही की शिकायत पर मुकदमा तो दर्ज हो गया, लेकिन कार्रवाई आजतक नहीं हुई। महिला सिपाही अपने लिए इंसाफ मांगने के लिए पुलिस अधिकारियों के यहां फरियाद लगा रही है।
मूल रूप से वाराणसी की रहने वाली महिला वर्तमान में शिवकुटी थाने पर पोस्टेड है। महिला सिपाही ने बताया कि सिपाही की ट्रेनिंग के दौरान ट्रेनर सिपाही इमरान खान उर्फ अशोक से परिचय हुआ। धीरे-धीरे दोस्ती हुई। उसने धर्म परिवर्तन कर बौद्ध धर्म अपनाने का भरोसा और सबूत दिया। उसने अपना नाम अशोक रखने की बात बताई। इतना ही नहीं उसने बताया कि वह अपनी पत्नी को तलाक दे चुका है। परिवार के दबाव पर इमरान खान उर्फ अशोक ने अपने परिवर्तित धर्म बौद्ध रीति रिवाज से महिला सिपाही से शादी कर ली। महिला सिपाही के परिजनों ने दहेज आदि भी दिया। वह अपनी ससुराल गई तो उसके राज से पर्दा हटने लगा। महिला को बिना बताये उसने वापस अल्पसंख्यक समुदाय के धर्म को अपना लिया। महिला सिपाही पर भी अपने धर्म में शामिल होने के लिए दबाव बनाने लगा। आरोपी ने महिला सिपाही पर उसके नवजात बच्चे का भी धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश की। इसके लिए खतना कार्यक्रम का आयोजन किया। महिला सिपाही किसी तरह वहां से निकलकर अपने बच्चे को लेकर प्रयागराज आ गई।