महाशिवरात्रि का पावन पर्व आज शनिवार को मनाया . सुबह चार बजे से हरकी पैड़ी एवं आसपास घाटों पर स्नान शुरू हो गया। शाम तक घाटों पर स्नान चलेगा। पर्व स्नान पर लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने की संभावना है। वहीं, प्रदेशभर के मंदिरों में भी तड़के से ही जलाभिषेक के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़नी शुरू हो गई है।
इस दिन देवों के देव महादेव को पंचामृत से स्नान कराने के साथ ही बिल्व पत्र, भांग, धतूरा, फल-फूल आदि चढ़ाने से भोलेनाथ प्रसन्न हो जाते हैं। ऐसा करने वाले श्रद्घालुओं को पुण्य लाभ मिलता है। प्रत्येक वर्ष फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चौदस तिथि को महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाता है। इस बार इस तिथि की शुरुआत 18 फरवरी को शाम 05.55 बजे से होगा और अगले दिन 19 फरवरी को सुबह 3.32 बजे समापन होगा।
पंचांग के आधार पर 19 फरवरी को उदया तिथि है, लेकिन उस दिन निशिता पूजा मुहूर्त अमावस्या तिथि में रहेगी। ऐसे में 18 फरवरी को चतुर्दशी तिथि में महाशिवरात्रि की निशिता पूजा मुहूर्त प्राप्त हो रही है। महाशिवरात्रि पर्व 18 फरवरी को मनाना श्रेष्ठ है।